नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाला हूं Chand Dharti Se Kitna Dur hai, Moon To Earth Distance, या धरती से चांद कितना दूर है? इसके बारे में आज इस लेख में विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे।
दोस्तों जैसा कि हम सभी ने बचपन में चांद को एक खिलौना समझकर उस से खेलना जरूर चाहा होगा। और थोड़े बड़े होने पर एक बार चांद पर जाने के बारे में भी सोचा होगा। चांद हमें धरती से काफी नजदीक तथा छोटा ही दिखाई देता है। लेकिन चांद वैसा बिल्कुल भी नहीं है बल्कि हम तो चांद को पूरा देखते भी नहीं हैं. हम बस चांद का एक ही हिस्सा (57% भाग) देख पाते हैं। आपने भी चांद आने चंद्रमा के बारे में ऐसे ही कोई रोचक जानकारियां के बारे में जानने और समझने की कोशिश भी किया होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं Chand Dharti Se Kitna Dur hai और चांद धरती से कितना दूर है और कौन-कौन गया है?
दोस्तों जैसा कि आसमान में चांद को देखते हुए अक्सर आपके मन में भी यह ख्याल आता होगा, कि देखने में चांद धरती से कितना करीब लगता है, लेकिन असल में यह केवल दिखता पास है लेकिन होता बहुत दूर है। कई लोगों का यह सपना भी होता है कि वह अपनी जिंदगी में एक बार चांद पर जाए अपने भी कभी ना कभी चांद पर जाने का सपना तो जरूर देखा होगा या इसके बारे में सोचा होगा, लेकिन कभी आपने सोचा है कि चांद और धरती के बीच कितना फासला होता है, आखिर क्यों किसी अंतरिक्ष यान को चांद का सफर करने में काफी दिन लग जाते हैं। अगर नहीं तो चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको चांद से जुड़ी सभी जानकारी जैसे धरती से चांद असल में कितना दूर है, चांद की आकार कितनी है चांद के आसपास क्या-क्या चीजें मौजूद है आदि तो इसके लिए आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े ताकि आपको पूरी जानकारी मिल सके तो चलिए शुरू करते हैं आज के इस आर्टिकल को Chand Dharti Se Kitna Dur hai.
Chand Dharti Se Kitna Dur hai- धरती से चांद कितना दूर है?
चांदी और धरती के बीच की दूरी धरती से देखने में भले ही कम लगती हो लेकिन असल में यह दूरी बेहद अधिक है। आपको बता दें वैज्ञानिक के अनुसार चांद और धरती की दूरी करीब 384403 किलोमीटर (238857 मील) की दूरी है इतनी दूरी पर चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है, chandrama को पृथ्वी की एक चक्कर लगाने में करीब 27.3 दिन का समय लगता है, चांद और धरती के बीच का फासला हमेशा एक ही नहीं रहता है यह बदलता रहता है। चंद्रमा की वजन की बात करें तो करीब 81 अरब टन तक का होता है। आपको बता दें कि हम चांद का एक हिस्सा देख पाते हैं। जिसे हम Same Face कहते हैं और जो हिस्सा हमें नहीं दिखता है, उसे हम Dark Face कहा जाता है। Chand देखने मैं भले ही गोल आकार का होता है लेकिन इसका आकार असल में अंडाकार होता है। इसका आकर धरती का ¼ हैं तथा सूर्य से यह 400 गुना छोटा हैं। चांद का गुरुत्वाकर्षण बल धरती का लगभग ⅙ है। हमारे सौरमंडल में कई ग्रह पाए जाते हैं, इन सभी ग्रहों की अपनी चांद मौजूद है, वही चांद को धरती का natural satellite भी कहा जाता है।
आपने कभी यह सोचा है कि चंद्रमा आखिर रात में ही क्यों दिखाई देता है। दरअसल चंद्रमा का अपना खुद का कोई प्रकाश नहीं होता है. यार रात के समय में सूरज के प्रकाश के कारण चमकता है। क्योंकि दिन में सूर्य की रोशनी काफी तेज होती है। इसीलिए चांद हमें दिन में नहीं दिखाई देता है वैसे आपको यह जानकर बहुत खुशी होगी कि चांद पर पानी होने की खोज सबसे पहले भारत में ही की थी। या हम सब भारतीयों के लिए गर्व की बात है।
हमारे Solar system (सौर परिवार) मैं मौजूद कई ग्रहों के पास उनके अपने खुद के अलग-अलग चंद्रमा (moon) हैं। जैसे की हम जिस चांद को रात में देखते हैं वह धरती का अपना चांद है। वैसे तो धरती के पास मात्र एक ही चंद्रमा है। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कई ऐसे ग्रह हैं जिनके पास एक नहीं बल्कि कई चांद है। जैसे कि सनी के पास 82 चांद है। बृहस्पति 79 चांद, यूरेनस 27 चांद, नेपच्यून 14 चांद और मंगल ग्रह के पास 2 चांद है। यहां एक बात सोचने वाली है यदि हम शनि, बृहस्पति या मंगल ग्रह पर होते तो इस चांद को देखकर पूजा करते या महिलाएं किस चांद को देखकर करवा चौथ करेगी।
चांद पर जाने में कितना समय लगता है?
वैसे तो वर्तमान समय में चांद पर जाने में लगभग 2 से 3 दिन का समय लगता है, दरअसल चांद की दूरी तय करना रॉकेट यान की गति पर निर्भर करता है। कहने का मतलब है कि आज इतनी तेजी गति से सफर करेगा, चांद पर जाने में उतना ही कम समय लगेगा। रॉकेट के निर्माण और ईंधन की मात्रा यान की गति तय करती है। वैसे आपको बता दें कोई आम व्यक्ति चांद पर नहीं जा सकता है क्योंकि इसमें काफी खर्च और समय लग जाता है।
यदि यान की गति तेज है तो 34 घंटे में पहुंच सकते हैं और धीमी है तो महीने भी लगा सकते हैं जैसे की NASA ने आपने LUNAR 2 को मात्र 34 घंटे में चांद पर भेज दिया था। वहीं भारत के Chandrayan 2 को चांद तक पहुंचने में 48 दोनों का समय लगा था।
आपको बता दें कि 1969 में जब पहली बार इंसान चांद पर पहुंचे थे तो उस समय इस मिशन को अपोलो - 11 नाम दिया गया था, और यह अपोलो- 11मात्र 51 घंटे और 49 मिनट में पहुंच गया था। इसके अलावा 2006 मे Nasa का New horizon pluto Mission Chandrama पर मात्र 8.5 घण्टे मैं पहुंचा और फिर वह pluto की और बढ़ गया। इतना समझ लीजिए आप जितने कम दिनों में चांद पर पहुंचना चाहेंगे आपका उतना ही ज्यादा ईंधन खर्च होगा और उतना ही ज्यादा पैसा का खर्च भी बढ़ेगा।
चांद के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें
चाँद का वजन करीब 81 अरब टन है।
क्षेत्रफल के मुताबिक चाँद का क्षेत्रफल साउथ अफ्रीका के क्षेत्रफल जितना है।
पूर्णिमा वाले इन चाँद की रौशनी और दिन के मुकाबले 9 गुना अधिक होती है।
धरती से चाँद का केवल 59% हिस्सा ही दिखाई देता है।
चाँद का आकार धरती के मुकाबले करीब 27% होता है।
चाँद दिखने में भले ही गोलाकार लगरा है लेकिन यह लेकिन यह गोल नहीं है बल्कि अंडाकार होता है।
जिस तरफ चाँद का प्रकाश वाला हिस्सा होता है, उस तरफ चाँद का तापमान करीब 180 डिग्री तक पहुँच जाता है।
वहीं जिस और चाँद का वह हिस्सा होता है, जिस और अँधेरा रहता है, उस तरफ चाँद का तापमान करीब 153 डिग्री तक पहुँच जाता है।
चाँद धरती के चारों तरफ चक्कर लगाता रहता है जिसके कारण ही धरती पर दिन और रात होती है।
आज तक चाँद पर केवल 12 लोग ही गए हैं।
आपको बता दें की अगर चाँद गायब हो जाए तो धरती पर केवल 6 घंटे ही दिन होगा।
चाँद को धरती का एक चक्कर लगाने के लिए के करीब 1 महिने तक का समय लगता है।
हमारी धरती पर करीब 9 चाँद समा सकते हैं।
धरती से चाँद पर जाने के लिए करीब 3 दिन का समय लगता है।
चाँद पर पानी मौजूद है, इस बात की खोज भारत द्वारा की गई है।
चाँद पर जाने के बाद व्यक्ति का वजन जो धरती पर था वह चाँद पर जाने के बाद उतना नहीं रहता चाँद पर जाकर वजन कम हो जाता है।
चाँद पर जाने वाले पहले व्यक्ति का नाम नील आर्मस्ट्राँग था।
चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूरज और धरती के बीच में चाँद आ जाता है उसको चंद्रग्रहण कहा जाता है।
चाँद के मुकाबले सूरज चाँद के आकर के करीब 400 गुना बड़ा है।
हमारे सौर मंडल यानी की Solar system में करीब 181 अन्य उपग्रह मौजूद है, जिनमे चाँद 5 वें स्थान पर आता है।
चाँद पर कैसे पहुँच सकते है?
जैसा की हमने बताया की अंतरिक्षत यान से पहुंचने में लगभग तीन दिन का समय लग जाता है, ऐसे में अधिकतर देशों की बहुत से ऐसी स्पेस एजेंसी हैं, जो लोगों को चाँद कर लेकर जाती है, इनमे चाँद पर ले जाने वाला अपोलो 11 पहला अंतरिक्ष यान था, जिसे चन्द्रमा पर पहुँचने में 102 घंटे 45 मिनट का समय लगा। चन्द्रमा की सतह पर गिरे लेंडर विक्रम को चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने खोजा था। करीब 12 लोगों (नील आर्म स्ट्रांग, बज एल्ड्रिन, पीट कॉनराड, एलन बीन, एलन, शेपर्ड, एडगर मिशेल, डेविड स्टॉक, जेम्स इरविन, जॉन यंग, चार्ल्स ड्यूक, यूजीन सेरनन और हैरिसन शिमट) ने चाँद का दौरा किया है, चंद्रयान-1 10 महीने 6 दिन बाद चाँद पर पहुंचा वहीं करीब 15 दिन में चंद्रयान-2 चाँद पर पहुँच गया।
चांद कितना बड़ा है?
धरती से चांद हमें जितना छोटा दिखता है। वास्तव में वह वैसा बिलकुल भी नहीं है। चांद हमारी धरती का ¼ है तथा सूरज से 400 गुना छोटा है। चांद का द्रव्यमान पृथ्वी से काफी कम है। जहां पृथ्वी का द्रव्यमान 5.9722 किलोग्राम हैं वही चांद का द्रव्यमान 0.73447 किलोग्राम है चांद पृथ्वी से 81 गुना कम वाला खगोलीय पिंड है।
चंद्रमा से पृथ्वी कैसी दिखती है?
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि चांद से पृथ्वी कहीं अधिक सुंदर दिखती है। चंद्रमा से पृथ्वी को देखने पर पृथ्वी चांद से 4 गुना बड़ा तथा एक ही स्थान पर लटकी हुई दिखाई देती है। इसके अलावा आपको बता दें, कि चांद हमें जितना प्रकाश देता है उसे 100 गुना ज्यादा प्रकाश पृथ्वी चांद को देती है।
चांद पर तापमान क्या है?
चांद पर Temprature की बात करें तो पृथ्वी पर या एक स्थान से दूसरे स्थान पर भिन्न होता है। और चंद्रमा पर भी ऐसा ही होता है। चंद्रमा की सतह पर अलग-अलग जगहों पर दिन से रात के तापमान में बदलाव होता है। दिन के दौरान चंद्रमा 127 डिग्री सेल्सियस जितना गर्म हो जाता है। लेकिन रात में या -193 डिग्री सेल्सियस जितना ठंडा हो जाता है। कुछ गहरे गड्ढों का तापमान हमेशा -240 डिग्री तक कम होता है।
क्या चांद पर पानी है?
दोस्तों आपको यह बात सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन अंग्रेजी न्यूज़ पोर्टल के मुताबिक चांद पर कई जगह पर बर्फ के रूप में पानी पाया गया है। भले ही यह पानी बिजली के पानी से अलग है और यह चंद्रमा के एक छायादार हिस्से में है जहां बर्फ है पानी के बिना बर्फ का अस्तित्व नहीं हो सकता इसीलिए चंद्रमा पर बर्फ का होना एक अच्छा संकेत है कि वहां पानी है।
आप जानते ही होंगे कि पिछले कुछ सालों से अंतरिक्ष अभियान चल रहा है। इस दौरान चांद के बारे में कई बातें पता चली है। वैज्ञानिकों ने भी बहुत ही महत्वपूर्ण खोजें की है और बहुत ही महत्वपूर्ण बातें सीखी हैं जो लोगों का यह मानना है कि चांद पर जीवन हो सकता है।
Q- धरती से चांद कितना दूर है संबंधित प्रश्न / उत्तर
Q. चांद की धरती से दूरी कितनी है और यह कितने दिन में धरती का एक चक्कर लगाता है?
Ans. चांद की धरती से दूरी करीब 384403 किलोमीटर (23857मील) हैं और यह 27.3 दिन आने लगभग 1 महीने में धरती का एक चक्कर लगाता है।
Q. अब तक चांद पर कितने लोग गए हैं?
Ans. चांद पर अब तक 12 लोग गए हैं उनका नाम निम्नलिखित है: -
1. नील आर्मस्ट्रांग 20 july 1969 (अपोलो 11)
2. बज एल्ड्रिन 20 जुलाई 1969 (अपोलो 11)
3. पीट कॉनराड 1969 (अपोलो 12)
4.एलन बीन 1969 (अपोलो 12)
5. एलन शेपर्ड फरवरी 1971 (अपोलो 14)
6. एडगर मिशेल फरवरी 1971 (अपोलो 14)
7. डेविड स्कॉट अगस्त 1971 (अपोलो 15)
8.जेम्स इरविन अगस्त 1971 (अपोलो 15)
9. जॉन यंग 1972 (अपोलो 16)
10.चार्ल्स ड्यूक 1972 (अपोलो 16)
11. जैक श्मिट दिसंबर 1972 (अपोलो 17)
12. जीन सर्नन दिसंबर (अपोलो 17)
Q.चाँद का वजन कितना है ?
Ans. चाँद का वजन 81 अरब टन होता है।
Q. धरती से चाँद पर यान य राकेट से पहुँचने में कितने दिन का समय लगता है ?
Ans. धरती से चाँद पर यान य राकेट से पहुँचने में करीब तीन दिन का समय लगता है।
Q. क्या चन्द्रमा और पृथ्वी की दूरी निश्चित है ?
Ans.चन्द्रमा पृथ्वी के चारों और चक्कर लगता रहता है, जिसके कारण चाँद और पृथिवी के बीच की दुरी निश्चित नहीं है।
Q. क्या चाँद पर पानी है ?
Ans. जी हाँ, चाँद पर पानी है।
Q. चाँद पर पानी मौजूद है इसकी खोज किसके द्वारा की गई ?
Ans. चाँद पर पानी मौजूद है इसकी खोज भारत के द्वारा की गई थी।
Q. चंद्रग्रहण क्या होता है ?
Ans. जब सूरज और धरती के बीच में चाँद आ जाता है उसको चंद्रग्रहण कहा जाता है, इस समय धरती के कुछ हिस्सों में बिकुल अँधेरा हो जाता है।
Q. धरती से चाँद का करीब कितना हिस्सा दिखाई देता है?
Ans. धरती से चाँद का करीब 59% हिस्सा हिस्सा दिखाई देता है।
Q. चांद का कितना हिस्सा धरती से दिखाई देता है?
Ans. चांद का करीब 57%हिस्सा धरती से दिखाई देता है।
Q. चाँद पर तापमान क्या है?
Ans. चाँद के तापमान की बात करें तो वैज्ञानिकों के अनुसार दिन के समय चाँद का अत्यधिक तापमान 127 डिग्री सेल्सियस के आस-पास जबकि रात का तापमान शून्य से 182 डिग्री सेल्सियस डिग्री नीचे तक पहुँच सकता है।
Q. सूरज चाँद से कितनी दूरी पर है?
Ans. सूरज चाँद से 150 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर है।
निष्कर्ष:-
तो, हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि चांद धरती से कितना दूर है। हमने इस आर्टिकल में Chand Dharti Se Kitna Dur hai की पूरी जानकारी दी है अगर आपको यह पसंद आया हो तो आपको पता चला हो कि चांद पृथ्वी से कितनी दूर है तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं, कि यह पोस्ट आपको कैसा लगा।
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