Friday, 24 November 2023

cyber security course | cyber security in hindi ?


मित्रों अगर आपको यह जानना है कि Cyber security क्या है या Cyber security Course कैसे करें? इसका Definition, यह कैसे काम करता है, और इसके प्रकार क्या-क्या है। अगर आप जानना चाहते हैं तो हो सकता है कि सब कुछ नहीं जानते होंगे, तो हमारा आज का इस आर्टिकल को ठीक से पढ़ने के बाद आपको पूरी जानकारी पता चल जाएगा। लेकिन इसके लिए आपको हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़ना होगा। 


Cyber security Course क्या है


Cyber security Course क्या है?

साइबर सुरक्षा इस बात का अध्ययन है कि किस प्रकार से कंप्यूटर सिस्टम और नेटवर्क को उनके हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर या इलेक्ट्रॉनिक डेटा की चोरी या हमलों से बचाव किया जा सकता है और साथ ही उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में व्यवधान भी हो सकता है। साइबर सुरक्षा कोर्स में छात्रों को यह सिखाया जाता है कि कंप्यूटर सिस्टम की कमजोरियों की पहचान कैसे करें, डिजिटल शोषण को पहचानें और डेटा की हानि, वायरस के माध्यम से धन की हानि जैसे नुकसान को भी रोकें।


साइबर सुरक्षा क्षेत्र के उम्मीदवारों को सिखाया जाता है कि न केवल साइबर हमलों से कैसे बचा जाए बल्कि यह भी सिखाया जाता है कि इस तरह के हमले को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को कैसे लागू किया जाए और साइबर खतरे के खिलाफ पलटवार किया जाए।



साइबर सुरक्षा कोर्स के लिए योग्यता क्या है?

वे उम्मीदवार जो साइबर सुरक्षा कोर्स के लिए आवेदन करना चाहते हैं उन्हें साइबर सुरक्षा पात्रता मानदंडों को पूरा करना जरूरी है। उम्मीदवार साइबर सुरक्षा कोर्स के लिए आवश्यक पात्रता मानदंड की जांच कर सकते हैं:


B.Tech/ B.E/ B.Sc के लिए 

साइबर सुरक्षा कोर्स के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को 12वीं स्तर की परीक्षा पास होना चाहिए|

मुख्य विषयों के रूप में PCM के साथ उम्मीदवारों को कम से कम 60% अंकों के साथ पास होना जरूरी है|


प्रवेश फार्म B.Tech/B.E. प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को JEE मुख्य प्रवेश परीक्षा में स्वीकार्य रैंक और अंक प्राप्त होने चाहिए


M.Tech/ M.E के लिए

उम्मीदवारों को साइबर सुरक्षा में प्रवेश के लिए योग्य होने के लिए B.Tech/B.E. कोर्स की स्नातक डिग्री या इसके समकक्ष तकनीकी परीक्षा की डिग्री होना जरूरी है|


स्नातक परीक्षा में उम्मीदवार को न्यूनतम 55%  अंकों के साथ पास होना चाहिए|

उम्मीदवार का स्नातक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय / कॉलेज से पूरा होना चाहिए|

उम्मीदवारों को GATE प्रवेश परीक्षा में स्वीकार्य रैंक और अंक प्राप्त करना जरूरी है|



UG और PG डिप्लोमा के लिए

उम्मीदवार स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों स्तरों के माध्यम से डिप्लोमा कर सकता है। 

डिप्लोमा कोर्स करने के लिए उम्मीदवार को स्नातक या मास्टर डिग्री की परीक्षा पूरा करना जरूरी है।



Cyber security course की अवधि कितनी है?

उम्मीदवार नीचे दी गई तालिका में साइबर सुरक्षा कोर्स की निर्धारित अवधि की जांच कर सकते हैं


कोर्स निर्धारित अवधि

B.Tech/B.E -  4 वर्ष

B.Sc - 3 वर्ष

M.Tech/M.E - 2 वर्ष

UG & PG Diploma 10 महीने से लेकर 1 वर्ष तक



Cyber security kya hai

Cyber security क्या है- Cyber security या Cyber Safety एक तरक्की सुरक्षा है जो Internet से जुड़े हुए सिस्टम के लिए एक अलग सिक्योरिटी होती है। इसके द्वारा Hardware और software की Data को और भी Secure बनाया जाता है जिससे किसी भी तरह से डाटा की चोरी ना हो और सभी डॉक्यूमेंट और फाइल सुरक्षित रहें।


Cyber security दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है Cyber+ Security, मतलब जो कुछ भी internet, information, technology, computer, network,  application या Data से संबंधित है उसे हम Cyber security कहते हैं। 

जबकि Security सुरक्षा से संबंधित है जिसमें System Security, Network Security, Application और Information Security इसमें शामिल है। 


Cyber security कैसे काम करता हैं?

Cyber security के अंतर्गत Ethical Hackers की एक बडी Team होती है जो आपका Data चोरी होने से Data Delete होने या आपके किसी भी डिवाइस को नुकसान होने से बचाते हैं। Cyber security मैं काम करने वाले बुरे लोग को गलत काम करने से रोकते हैं। 

इसके अंतर्गत आपके Network, Computer System किसी Program और आपके Data को Secure रखा जाता हैं। 



Cyber security क्यों जरूरी है?

Cyber security क्यों जरूरी हैं इसके बारे में हम यहां कुछ तरीके बताएं है जो इस प्रकार है:-

1. हमारे निजी डेटा जैसे कि Photo, PDF, Text Documents या मैंने किसी भी प्रकार के Data जो हमारे कंप्यूटर में रहता है उस को सुरक्षित रखने के लिए साइबर सिक्योरिटी जरूरी है।  

2. हमारा ऐसा कोई भी Data जिसमे सिर्फ हमारा Copyright होता है उसे सुरक्षित रखने के लिए Cyber security बहुत जरूरी होती है जैसे कि अगर आपकी कोई कंपनी है उसके लिए डाटा पर सिर्फ आपका ही copyright होता है तो उसे कोई चुरा ना ले या कोई दूसरा व्यक्ति उसे इस्तेमाल ना कर पाए इसके लिए यह जरूरी है। 

3. हमारे Banking और finacial Data को सुरक्षा प्रदान करने के लिए भी Cyber security बहुत जरूरी है क्योंकि अगर हमारा बैंकिंग डाटा सुरक्षित नहीं रहेगा तो कोई भी हमारे बैंक को हैक करके हमारे अकाउंट से पैसे निकाल सकता है। 

और आजकल तो Internet Banking जिंदगी का जरूरी हिस्सा बन गया है इसलिए बैंकिंग और फाइनेंशियल डाटा को सुरक्षित रखना जरूरी है। 


4.National Security के लिए भी Cyber security बहुत जरूरी है। National Security का मतलब है कि आजकल हमारे देश के Defence System में भी Cyber security Atteck होते हैं। 


5. कुछ ऐसे डेटा या इंफॉर्मेशन भी होते हैं जो बहुत आवश्यक और संवेदनशील होते हैं जैसे कि आजकल सरकारी दफ्तरों में भी ज्यादातर काम इंटरनेट के द्वारा ही होता है। 

अगर किसी सरकारी दफ्तर का डाटा लीक हो जाता है तो इससे भी बहुत भारी नुकसान हो सकता है। अतः इस प्रकार की डाटा को सुरक्षित रखने के लिए भी Cyber security बहुत जरूरी होता है। 



Cyber Crime के प्रकार 

  1. Hacking:- इस प्रकार के Cyber Crime में Hacker प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसकर किसी दूसरे इंसान के पर्सनल डाटा और Sensitive Information को Access करते हैं बिना उस इंसान की अनुमति के प्रतिबंधित क्षेत्र किसी का पर्सनल कंप्यूटर (pc) , Mobile या कोई ऑनलाइन बैंकिंग अकाउंट Net banking हो सकता हैं। 


  1. Cyber Theft:- इस प्रकार के Cyber Crime में hacker किसी Copyright कानून  उल्लंघन करता है, यह Cyber अपराध का एक हिस्सा है जिसका अर्थ है कि Computer या Internet के माध्यम से की गई चोरी, इसके अंतर्गत पहचान की चोरी, Password की चोरी, सूचना की चोरी, Internet समय की चोरी आदि शामिल है। 


  1. Cyber Stalking:- यह Cyber Crime Social Media site में ज्यादा देखने को मिलता है, इसमें stalker किसी इंसान को बार- बार गंदे Message या Email करके उसे परेशान और उत्पीड़ित करते हैं। 

इसमें Stalker अक्सर छोटे बच्चो और ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाते है जिन्हे internet की ज्यादा जनकारी नही होती है। इसके बाद Stalker उस इंसान को Blackmail करना शुरू कर देते हैं इससे इंसान की जिंदगी काफी तकलीफदायक हो जाती हैं। 


  1. Identity Theft:- इस प्रकार का Cyber Crime आजकल काफी ज्यादा देखने को मिलता है, इसमें Hacker उन लोगों को Target करते हैं जो Online Cash Transactions और Banking service जैसे Google pay, phonepe, Paytm का इस्तेमाल करते हैं। 

Hackers किसी इंसान का Personal Data जैसे Account Number, Debit Card Details, Internet Banking Details आदि जानकारी किसी तरह से हासिल कर के उसका सारा पैसा निकाल सकते हैं जिससे उस इंसान को काफ़ी ज्यादा आर्थिक नुक्सान का सामना करना पड़ सकता हैं। 


  1. Malicious Software:- ऐसे बहुत सारे खतरनाक सॉफ्टवेयर है कर द्वारा बनाए जाते हैं तो किसी भी इंटरनेट से कनेक्ट कंप्यूटर या मोबाइल के डाटा को ना सिर्फ चुरा सकते है बल्कि उसे डिलीट भी कर सकते हैं साथ ही इन सॉफ्टवेयर की मदद से हैकर आपके पूरे सिस्टम को क्रश भी कर सकते हैं। 


ये Software कई प्रकार के होते हैं जैसे - Malware, Spyware, 

Virus, Ransomware तथा Worms, Hackers इस प्रकार के सॉफ्टवेयर को ज्यादातर  किसी Link, Pop Up Message या Email के माध्यम से दूसरे कंप्यूटर में भेजते हैं और लुभावने के तरीके से लिंक को टच करने को बोलते हैं। 

अगर वह इंसान लिंक पर टच कर देता है तो कंप्यूटर का पूरा कंट्रोल hacker के हाथो में चला जाता है। और वह आपके अकाउंट है आपके कंप्यूटर के साथ जो चाहे वह कर सकता है। 


  1. Phishing:- इस प्रकार के Cyber Threat में किसी विश्वसनीय संस्था या बैंक के ग्रुप में किसी इंसान को कोई मैसेज या ईमेल भेजता है जो देखने पर बिल्कुल Real लगता है। इसके पीछे hacker का मकसद उस इंसान की संवेदनशील जानकारी जैसे bank account, debit card, Aadhar card आदि जानकारी लेकर उसे आर्थिक नुकसान पहुंचाना होता है। 


  1. Child Pornography and Abuse:- इस प्रकार के Cyber Crime में Hacker ज्यादातर Chat Rooms का इस्तेमाल करते हैं और खुद के पहचान को छिपाकर शिष्टाचार के साथ बात करते हैं। छोटे बच्चों या अवयस्क लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं होती और धीरे-धीरे हैकर बच्चों को Child Pornography के लिए बाधित करते हैं। इसके अलावा बच्चे डर की वजह से अपने माता पिता को कुछ बता भी नहीं पाते हैं। और हैकर्स को सारी जानकारी दे देते हैं। 


  1. Man in The Middle Attack:- इस प्रकार के Cyber Crime में जो Attack करने वाले Hacker होता है वह दो लोगों के संचार की जासूसी करते रहता हैं और कुछ समय बाद उन 2 लोगों में से एक बनकर सामने वाले से जरूरी इंफॉर्मेशन व संवेदनशील डाटा जैसे Bank, Dabit, Credit Card की Details आदि। इससे सामने वाले इंसान को पता भी नहीं चलता और Hacker के पास सारी Information आ जाती हैं। 


  1. Denial of Services:- Dos Attack का मुख्य उद्देश्य किसी नेटवर्क या Website की ट्रैफिक को कम करना है इस अटैक में हैकर किसी नेटवर्क या Website पर अचानक से बहुत ज्यादा ट्रैफिक लाकर नेटवर्क सिस्टम को कमजोर कर देते हैं। 

इसके साथ ही जो बहुत सारे Service होते हैं जैसे Email, Yahoo, Hotmail आदि इनमे जब अचानक से बहुत ज्यादा ट्रैफिक आ जाएगा तो कोई भी यूजर अगर लॉगइन करने जायेगा तो Users उस Service को use ही नहीं कर पाएगा। 


  1. Spoofing:- इस प्रकार के Cyber Atteck में Hacker की अन्य इंसान की पहचान का इस्तेमाल करके किसी बड़े Server या बड़ी कंपनी के सिस्टम में अटैक कर सकता है। इस अटैक का सहारा लेकर कोई हैकर किसी की जिंदगी को बर्बाद कर सकता है। 


  1. Salami Slicing Attack:- "सलामी स्लाइसिंग अटैक" को सलामी धोखाधड़ी भी कहते हैं ऐसे साइबर क्राइम में साइबर अपराधी बहुत सारे छोटे-छोटे अटैक करके एक बड़े अटैक को अंजाम देता है। हमलावर ग्राहकों की जानकारी जैसे बैंक डेबिट कार्ड के डिटेल्स का इस्तेमाल करके बहुत छोटी मात्रा में पैसे की कटौती करते हैं। 

बहुत कम मात्रा में पैसे की कटौती होने की वजह से ग्राहक slicing से अनजान रहते हैं और इसकी शिकायत भी नहीं करते हैं जिससे Hacker का पता नहीं चल पाता है। यह केवल समय समय पर छोटे वेतन वृद्धि से लाभ प्राप्त करने की एक रणनीति हैं। 

इनके अलावा और भी बहुत सारे साइबर हमले होते हैं समय समय के साथ इनके नया-नया प्रकारों का भी पता चल रहा है। 


Cyber security के प्रकार

Cyber security in hindi में User को Network की अलग-अलग परसों में अलग-अलग सुरक्षा प्रदान की जाती है ऊपर बताए गए सभी अपराध ऑनलाइन किए जाते हैं और उन्हें रोकने के लिए 6 सर्वश्रेष्ठ साइबर सुरक्षा है जो हमने नीचे बताया है। 


1.Network & Gateway Security - इसे Network की पहली परत कहा जा सकता है। अपने कंप्यूटर में Firewell का नाम तो जरूर सुना होगा। यह एक नेटवर्क के लिए ऐसी दीवार होती है जो सिर्फ सुरक्षित चीजों को प्रवेश करने की अनुमति देता है तथा असुरक्षित Threats को बाहर रखती है। 


2.Data Loss Prevention - इस प्रक्रिया में usera के सभी डेटा को पूरी तरह एनकोड कर दिया जाता है जिससे SSL (Secure Sockets Layer) का प्रयोग किया जाता है। इस सुरक्षा के अंतर्गत सूचना या डाटा को Unaotherized से दूर रखने के लिए Increate कर दिया जाता है। 


3.Application Security - इसके द्वारा नेटवर्क में उपयोग की जा रही एप्लीकेशन को एक सुरक्षा प्रक्रिया से गुजारा जाता है। जिससे उस एप्लीकेशन की कमियां को दूर किया जा सके साथ ही अगर वह एप्लीकेशन असुरक्षित है तो उसे नेटवर्क से बाहर कर दिया जाता है। 


4.Email Security:- अगर आप Gmail का उपयोग करते हैं तो आपने देखा होगा कि कुछ Emails Spam Folder मैं चली जाती है। ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि नेटवर्क मैं Email Security के लिए Spam Filters लगाए जाते हैं जिससे हानिकारक email को यूजर की पहुंच से दूर रखा जा सके क्योंकि अधिकतर अपराध Email phishing के जरिए ही किया जाता है।


5.Antivirus Security - दोस्तों सभी लोग अपने कंप्यूटर में Antivirus लगाकर रखते हैं या हमारे कंप्यूटर को विभिन्न प्रकार के viruses से बचाता है। आखिर कंप्यूटर मैं ही हमारी सारी सेंसेटिव इनफॉरमेशन और प्राइवेट फाइल स्टोर रहती है इसीलिए इसे सुरक्षित रखने के लिए बहुत जरूरी होता है। 


6. Network Access Control - इसके द्वारा Unauthorized उपयोगकर्ताओं और उपकरणों को नेटवर्क से बाहर रखने का कार्य किया जाता है। Nac नेटवर्क की कार्य क्षमता की सुरक्षा करती है। यह सुनिश्चित करती है कि केवल अधिकृत उपयोगकर्ताओं और डिवाइसों तक ही इसकी पहुंच हो नेटवर्क ऑपरेटर तय करते हैं, कि कौन से उपकरण या एप्लीकेशन एंडप्वाइंट सुरक्षा आवश्यकताओं का अनुपालन करते हैं और उन्हें नेटवर्क एक्सेस की अनुमति दी जाएगी या नहीं। 


Cyber security के फायदे 

  • Cyber security की मदद से हम Unauthorized Access से सुरक्षित रह सकते हैं जिससे किसी भी प्रकार के डाटा लॉस का खतरा नहीं रहेगा।।

  • Cyber security की सहायता से हम अपने नेटवर्क को सुरक्षित रख सकते हैं जिससे निश्चित होकर इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

  • आपके पर्सनल और संवेदनशील डाटा को एक सुरक्षा कवच प्रदान किया जाता है ताकि हैकर आपका आर्थिक व मानसिक शोषण ना कर सके। 

  • सूचना सुरक्षा बेहतर होती है और वह वार प्रबंधन में भी वृद्धि होती जाती है। 

  • आजकल ऑनलाइन कैश ट्रांजैक्शन काफी प्रचलन में है इसीलिए साइबर सुरक्षा के साथ सुरक्षित ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। 



Conclusion

तो दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आप समझ गए होंगे कि Cyber security क्या है। Cyber crime से बचने के लिए भी सबसे अच्छा तरीका है कि किसी भी लुभावने मैसेज से लिंक पर क्लिक बिल्कुल ना करें और अगर कर देते हैं तो उस लिंक के URL को भी देखें का उसमें कोई स्पेलिंग मिस्टेक तो नहीं है। और अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में तुरंत f.i.r. दर्ज करवाएं। आशा करते हैं कि आपको आर्टिकल अच्छा लगा होगा। इस आर्टिकल से जुड़ी अगर कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट सेक्शन में बताएं ताकि आपकी मदद कर सकें। 

No comments:
Write comment